कैपिटल एण्ड काउन्टीज बैंक बनाम हेन्टी एण्ड सन्स:– के बाद में प्रतिवादी हेन्टी एण्ड सन्स तथा बादी की बैंक के एक शाखा प्रबन्धक के बीच झगड़ा हो गया। प्रतिवादी ने, जो कैपिटल एण्ड काउन्टीज बैंक की विभिन्न शाखाओं पर लिखे गये चेकों को प्रायः किया करते थे, अपने अनेकों ग्राहों को इस आशय का एक परिपत्र (circular) प्रेषित किया कि हेन्टी एण्ड सन्स एतद्द्वारा सूचना जारी करते हैं कि वे भुगतान में ऐसे चेक नहीं स्वीकार करेंगे जो कैपिटल एण्ड कान्टीज बैंक की किसी भी शाखा पर लिखे गये होंगे। इस परिपत्र की जानकारी कुछ अन्य व्यक्तियों को भी हो गई और बहुत से व्यक्तियों की भीड़ बैंक से पैसे निकलवाने के लिये जमा हो गई। बैंक ने हेन्टी एण्ड सन्स पर अपमान लेख के लिये इस अभिकथन के साथ वाद दाखिल किया कि उनके द्वारा जारी किए गए परिपत्र के कारण बैंक का दिवाला निकल जाने का तात्पर्य ध्वनित हुआ आधारित किया गया कि यदि परिपत्र की भाषा को उसके वास्तविक अर्थ दिशा में लिया जाए तो उसे प्रकल्प लांछन की ध्वनि मुखरित नहीं होती है और कोई भी युक्ति युक्त व्यक्ति उसे उसे वक्रवती में नहीं ग्रहण करता जैसे कि उसके संदर्भ में कहा गया है अतः यह आधारित किया गया है इस मामले में अपमान लेख नहीं बनता है

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