हिन्दू विधि के प्रमुख स्रोत? प्राचीन व आधुनिक स्रोत
हिन्दू विधि के स्रोत (Sources of Hindu Law) हिन्दू विधि के नियम जिन साधनों से प्राप्त हुये है उन्हें हिन्दू विधि का स्रोत कहां जाता है। हिन्दू विधि को दो…
हिन्दू विधि के स्रोत (Sources of Hindu Law) हिन्दू विधि के नियम जिन साधनों से प्राप्त हुये है उन्हें हिन्दू विधि का स्रोत कहां जाता है। हिन्दू विधि को दो…
प्रारंभ में हिंदू विधिशास्त्र की कोई शाखा नहीं थी। हिंदू विधिशास्त्र समस्त क्षेत्रो पर लागू था लेकिन कुछ समय बाद स्मृतियों की व्याख्या के लिये अनेक टीकाएं विभिन्न विद्वानों द्वारा…
हिंदू विधि जिन व्यक्तियों पर लागू होती है उन्हें हम तीन वर्गों में बांट सकते हैं- 1) वे व्यक्ति जो धर्म से हिंदू, जैन, बौद्ध या सिक्ख है। 2) वे…
साधारण शब्दों में- सदमा। अर्थ (Meaning)-जब किसी व्यक्ति को तात्रिकीय असावधानी से तांत्रिकीय संताप होता है जिससे मानवीय भावनाओं को ठेस पहुंचती है या सदमे से शरीर को अन्य प्रकार…
दुर्भावनापूर्ण अभियोजन (Malicious Prosecution)- अर्थ (Meaning) :- हर व्यक्ति को यह अधिकार होता है कि उसे गलत कानूनी कार्यवाही से परेशान न किया जाए और यदि कानूनी कार्यवाही का उद्देश्य…
अतिचार (Trespass) परिभाषा (Definition) :- किसी व्यक्ति के घर या भूमि में गलत ढंग से प्रवेश करना या उसके कब्जे में बाधा पहुंचाना अतिचार कहलाता है। दूसरे शब्दों में बिना…
शरीर के प्रति अतिचार (Trespass to Person) शरीर के खिलाफ किए जाने वाले अपकृत्यो को चार भागों में बांट सकते हैं:- 1) हमला (Assault) 2) प्रहार ( Battery) 3) अंग…
राज्य का दायित्व (Liability of State) राज्य अपने सेवक के अपकृत्यो के लिए कहां तक जिम्मेदार है, इस पर विचार करने के लिए हम इसे दो भागों में बांट सकते…
प्रतिनिधिक दायित्व (Vicarious Liability) अर्थ (Meaning) :- आमतौर पर कोई भी व्यक्ति अपने द्वारा किये गये दोषपूर्ण कार्य के लिए ही जिम्मेदार होता है और दूसरो के द्वारा किये गये…
सामान्य नियम यह है कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा सावधानी बरतने पर भी उसके किसी कार्य से किसी दूसरे व्यक्ति को हानि पहुंचती है तो वह क्षति के लिए तब…