Injuria Sine Damnum(बिना हानि के क्षति) Damnum Sine Injuria(बिना क्षति के हानि)
बिना हानि के क्षति (Injuria sine damnum) - अपकृत्य विधि में इस सूत्र का बड़ा महत्व है। वस्तुतः यही सूत्र अपकृत्य का आधार एवं वाद-योग्य है। अपकृत्य विधि का यह…
बिना हानि के क्षति (Injuria sine damnum) - अपकृत्य विधि में इस सूत्र का बड़ा महत्व है। वस्तुतः यही सूत्र अपकृत्य का आधार एवं वाद-योग्य है। अपकृत्य विधि का यह…
अपकृत्य एवं संविदा-भंग में अन्तर- अपकृत्य संविदा-भंग से भिन्न है। इन दोनो में निम्नांकित अन्तर पाया जाता है- (1) अपकृत्य में किसी व्यक्ति द्वारा उन कर्त्तव्यों का उल्लंघन किया जाता…
उत्तर:-विधि के अन्तर्गत व्यक्ति को कई विधिक अधिकार प्रदान किये गये है। साथ ही इन अधिकारों के संरक्षण के लिए उपचार भी उपलब्ध कराये गये है। उपचार विहीन अधिकार अर्थहीन…
उत्तर-स्वीकृति को प्रतिग्रहण (acceptance) भी कहा जाता है। स्वीकृति का संविदा के सृजन में महत्त्वपूर्ण स्थान है। जब तक किसी प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया जाता, वह अर्थहीन होता है।…
एक अनुबंध एक प्रकार का समझौता है जहाँ पार्टियों के बीच कानूनी रुप से लागू करने योग्य वादों का आदान-प्रदान होता है। (A contract is a type of agreement ,where…
अध्याय -5 Article:-148. भारत का नियंत्रक-महालेखापरीक्षक - (1)भारत का एक नियंत्रक-महालेखापरीक्षक होगा जिसको राष्ट्रपति अपने हस्ताक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र द्वारा नियुक्त करेगा और उसे उसके पद से केवल उसी…
Article:-124. उच्चतम न्यायालय की स्थापना और गठन :- (1) भारत का एक उच्चतम न्यायालय होगा जो भारत के मुख्य न्यायमूर्ति और, जब तक संसद् विधि द्वारा अधिक संख्या विहित नहीं…