प्रतिफल किसे कहते हैं?परिभाषा से समझायें?

:-भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 25 में प्रारम्भ से ही घोषित किया गया है कि प्रतिफल के बिना किया गया करार शून्य है। :-इंग्लैण्ड में भी "बिना प्रतिफल के दिये…

प्राचीन हिन्दू विधि में विवाह के प्रकार ? विवाह कितने प्रकार के होते हैं?

प्राचीन हिन्दू विधि में विवाह के आठ रूप प्रचलित थे: जिनमें से सन् 1955 के पूर्व केवल तीन ही मान्य थे; ब्रह्म, असुर और गंधर्व। :-हिन्दू विवाहों को दो भागों…

हिन्दू विधि की प्रमुख शाखा ? मिताक्षरा शाखा व दायभाग शाखा में अन्तर?

हिन्दू विधि की निम्न दो शाखायें हैं- (1) मिताक्षरा शाखा, और (2) दायभाग शाखा । मिताक्षरा शाखा की निम्न चार उपशाखायें हैं- (क) वाराणसी उपशाखा, (ख) मिथिला उपशाखा, (ग) महाराष्ट्र…